Search for:
  • Home/
  • देश/
  • भारत दौरे की तैयारी में अमेरिका के NSA, इस मुद्दे पर बड़ी चर्चा के आसार…

भारत दौरे की तैयारी में अमेरिका के NSA, इस मुद्दे पर बड़ी चर्चा के आसार…

महत्वाकांक्षी ‘ICET’ पहल के क्रियान्वयन में समग्र प्रगति की समीक्षा के लिए अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के अगले हफ्ते भारत की यात्रा पर आने की संभावना है।

विषय की जानकारी रखने वाले लोगों ने मंगलवार को यह बताया। उन्होंने बताया कि बाइडन प्रशासन के शीर्ष अधिकारी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल के साथ व्यापक वार्ता करेंगे।

खास बात है कि 2024 के शुरुआती महीनों में ही दोनों देशों के अधिकारियों की यह बैठक होने जा रही थी, लेकिन गाजा संघर्ष के चलते इसे दो बार टालना पड़ गया था।

फिलहाल, भारतीय अधिकारी अमेरिका की तरफ से यात्रा की आधिकारिक तौर पर यात्रा की पुष्टि किए जाने का इंतजार कर रहे हैं।

बातचीत के दौरान जिसमें मुख्य रूप से महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकियों पर अमेरिका-भारत पहल (आईसीईटी) पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

यदि सुलिवन की यह यात्रा होती है, तो केंद्र में (नरेन्द्र) मोदी सरकार के लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में आने के बाद किसी वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी की यह पहली भारत यात्रा होगी। 

पिछले हफ्ते अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच फोन पर बातचीत के दौरान सुलिवन की प्रस्तावित भारत यात्रा पर चर्चा हुई थी।

बाइडन ने मोदी को फोन कर तीसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुने जाने पर बधाई दी थी। सुलिवन ने इस साल दो बार, आईसीईटी की समीक्षा के लिए भारत दौरे का कार्यक्रम रद्द कर दिया था, क्योंकि अमेरिकी प्रशासन का ध्यान इजरायल-हमास संघर्ष से उत्पन्न पश्चिम एशिया में उभरती स्थिति पर केंद्रित है।

सूत्रों ने बताया कि सुलिवन के 18 जून के आसपास दिल्ली आने की संभावना है।

मोदी और बाइडेन ने मई 2022 में ICET की शुरुआत की थी। इसका मकसद रणनीतिक तकनीकी साझेदारी में विस्तार करना था, जिसके तहत खास फोकस दोनों देशों के बीच सह उत्पादन, सह विकास और रक्षा औद्योगिक साझेदारी था।

इस बार होने जा रही मुलाकात के दौरान खासतौर से जेट इंजन पर चर्चा के आसार हैं।

The post भारत दौरे की तैयारी में अमेरिका के NSA, इस मुद्दे पर बड़ी चर्चा के आसार… appeared first on .

Leave A Comment

All fields marked with an asterisk (*) are required